
टांसिलाइटिस: कारण, सुझाव और घरेलू उपचार
टांसिलाइटिस टॉन्सिल्स की सूजन है, जो आमतौर पर वायरल संक्रमण या कभी-कभी बैक्टीरिया के कारण होती है। यह बीमारी बच्चों में आम होती है लेकिन किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। अगर इसका इलाज नहीं किया जाए, तो यह गले के अन्य हिस्सों में फैल सकती है। टांसिलाइटिस छूत की बीमारी है और जल्दी फैल सकती है। इसके लक्षण में सिरदर्द, बुखार, कमजोरी, शरीर में दर्द और निगलने में कठिनाई शामिल हैं। इसे घरेलू उपचार से ठीक किया जा सकता है।
टांसिलाइटिस के लक्षण:
- सिरदर्द
- बुखार
- कमजोरी
- शरीर दर्द
- गले और कान में दर्द
- गला खराब होना
- निगलने में कठिनाई
- सूजन
- बहती नाक
टांसिलाइटिस के कारण:
- बैक्टीरिया संक्रमण
- वायरल संक्रमण
- मोनोन्यूक्लियोसिस
- मसालेदार और गर्म भोजन
- शराब का सेवन
- सामान्य जुकाम
- गला खराब होना
टांसिलाइटिस के घरेलू इलाज के सुझाव:
- उचित नींद और आराम करें
- शहद के साथ चाय पिएं
- दर्द को कम करने के लिए कोल्ड कंप्रेस का इस्तेमाल करें
- हर्बल चाय पिएं
- मसालेदार और गर्म भोजन से बचें
- गर्म सूप पिएं
- ठंडे पेय पदार्थ दर्द को कम करते हैं
- नमकीन गुनगुने पानी से गरारे करें
- मुलायम फल नियमित रूप से खाएं
- कच्ची सब्जियों और फलों से बचें
- कमरे में नमी बनाए रखें
टांसिलाइटिस के घरेलू उपचार:
- कोल्ड कंप्रेस
सामग्री: साफ कपड़ा और बर्फ के टुकड़े- एक साफ कपड़े में बर्फ के टुकड़े डालें और इसे प्रभावित क्षेत्र पर लपेटें।
- हर 2 घंटे में कम से कम 10 मिनट के लिए कोल्ड कंप्रेस लगाएं।
- हल्दी और दूध
सामग्री: हल्दी, दूध, काली मिर्च- एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी और एक चुटकी काली मिर्च डालें।
- इस मिश्रण को सोने से पहले पिएं।
- नींबू और शहद
सामग्री: नींबू, नमक, शहद, पानी- गुनगुने पानी में आधा नींबू का रस, एक चुटकी नमक और 2 बड़े चम्मच शहद डालें।
- दिन में दो बार इस काढ़े का सेवन करें।
- धनिया और शहद
सामग्री: धनिया, अदरक, शहद, पानी- धनिया और अदरक को पानी में उबालें और छान लें।
- इसमें शहद मिलाकर दिन में दो बार पिएं।
- फिटकरी
सामग्री: फिटकरी- फिटकरी को पानी में मिलाकर उबालें।
- इस पानी से दिन में दो बार गरारे करें।
- अदरक और तुलसी
सामग्री: काली मिर्च पाउडर, अदरक, शहद, तुलसी के पत्ते, पानी- अदरक और तुलसी को कुचलकर पानी में उबालें।
- इसमें काली मिर्च और शहद मिलाकर दिन में दो बार पिएं।