
फ़ूड पॉइज़निंग या फूडबोर्न बीमारी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है, जो दूषित भोजन या पेय के सेवन से उत्पन्न होती है। यह स्थिति बच्चों, बुजुर्गों, और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों के लिए अत्यधिक खतरनाक हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर साल फूड पॉइज़निंग से 60 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित होते हैं और 4 लाख से अधिक की मृत्यु हो जाती है। भारत में भी, फूड पॉइज़निंग के एक करोड़ से अधिक मामले सामने आते हैं। इसलिए, इस समस्या को नजरअंदाज न करें और समय पर उचित कदम उठाएं।
फूड पॉइजनिंग क्या है?
फूड पॉइजनिंग दूषित भोजन, पेय या पानी के सेवन से होने वाला संक्रमण है। जब भोजन में हानिकारक बैक्टीरिया, वायरस, परजीवी या विषाक्त पदार्थ शामिल हो जाते हैं, तो यह हमारे शरीर में प्रवेश कर समस्या उत्पन्न करते हैं। इसके प्रमुख लक्षणों में उल्टी, दस्त, पेट दर्द और बुखार शामिल हैं।
फूड पॉइजनिंग के लक्षण
फूड पॉइजनिंग से प्रभावित व्यक्ति में निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं:
- उल्टी
- दस्त
- बुखार
- पेट में ऐंठन
- थकान और कमजोरी
- अम्लीय डकार
फूड पॉइजनिंग के कारण
फूड पॉइजनिंग के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
- बैक्टीरियल संक्रमण
- वायरल संक्रमण
- परजीवी संक्रमण
- अधपका मांस या अंडे
- अशुद्ध बर्तन या दूषित खाना पकाने का तरीका
फूड पॉइजनिंग की जटिलताएं
यदि फूड पॉइजनिंग का समय पर इलाज नहीं किया गया, तो यह गंभीर जटिलताएं उत्पन्न कर सकती है:
- निर्जलीकरण
- किडनी खराब होना
- गंभीर दस्त
- मस्तिष्क क्षति
फूड पॉइजनिंग के लिए क्या करें और क्या न करें
करें:
- इलेक्ट्रोलाइट्स युक्त तरल पदार्थों का सेवन करें।
- हर्बल चाय और सूप पियें।
- उबला हुआ और साफ भोजन खाएं।
- अच्छी स्वच्छता बनाए रखें।
न करें:
- वसायुक्त और तले हुए भोजन से बचें।
- जंक फूड का सेवन न करें।
- अत्यधिक खाना न खाएं।
फूड पॉइजनिंग के घरेलू उपाय
दही, जीरा और मेथी दाना का मिश्रण
- एक कटोरी दही में एक बड़ा चम्मच जीरा और मेथी पाउडर मिलाएं।
- इस मिश्रण का सेवन दिन में दो बार करें। यह उपाय पेट की ऐंठन और उल्टी को कम करने में मदद करता है।
अदरक और शहद की चाय
- एक गिलास पानी में अदरक उबालें और शहद मिलाएं।
- इसे दिन में दो बार पिएं। यह उपाय बैक्टीरिया को मारने और फूड पॉइजनिंग से राहत दिलाने में सहायक है।
नींबू का रस और सेंधा नमक
- गर्म पानी में नींबू का रस और सेंधा नमक मिलाकर दिन में दो बार सेवन करें। यह फूड पॉइजनिंग के प्रभाव को कम करता है।
पुदीना का सेवन
- पुदीना की पत्तियों को पेस्ट बनाकर गर्म पानी में मिलाएं और इसे भोजन के बाद पिएं। यह फूड पॉइजनिंग से राहत देने में मददगार है।
सेब का सिरका
- एक कप गर्म पानी में एप्पल साइडर विनेगर मिलाएं और भोजन से पहले पिएं। यह उपाय फूड पॉइजनिंग के लक्षणों को कम करता है।
निष्कर्ष
फूड पॉइजनिंग से बचने के लिए स्वच्छता और सावधानी अत्यंत महत्वपूर्ण है। घरेलू उपायों के साथ-साथ चिकित्सीय सलाह अवश्य लें ताकि इस गंभीर समस्या का सही समय पर इलाज हो सके।