
मल में रक्त: कारण, सुझाव और घरेलू उपचार
मल में खून आना एक गंभीर समस्या हो सकती है, जिसे मलाशय से रक्तस्राव भी कहा जाता है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे बवासीर, फिशर, आंत्र रोग, अल्सर आदि। मल में खून के दाग इस समस्या के सामान्य लक्षण हैं। यह पाचन तंत्र में रक्तस्राव की वजह से हो सकता है, और यह बवासीर, एनीमिया, और निम्न रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है। लेकिन इस समस्या को घरेलू उपायों से ठीक किया जा सकता है, जो नीचे बताए गए हैं।
मलाशय से रक्तस्राव के लक्षण
मलाशय से रक्तस्राव के सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- लाल या गहरे रंग का मल
- मल में साफ-साफ दिखाई देने वाला खून
- सफाई के दौरान खून का दिखाई देना
- कपड़ों में खून के धब्बे
- सूजन और जलन
मल में खून आने के कारण
इस समस्या के कुछ सामान्य कारण निम्नलिखित हैं:
- बवासीर
- गुदा विदर
- आंत्र रोग
- अल्सर
- कोलोरेक्टल कैंसर
मल में रक्त की जटिलताएँ
मल में खून आने से उत्पन्न होने वाली जटिलताएँ इस प्रकार हो सकती हैं:
- खून की अधिक हानि
- खून की कमी (एनीमिया)
- पेट का कैंसर
- बवासीर
- निम्न रक्तचाप
मल में खून के लिए क्या करें और क्या न करें
समस्याओं से निपटने के लिए आप इन सरल उपायों का पालन कर सकते हैं:
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
- नियमित रूप से नहाएं
- शराब के सेवन से बचें
- प्रभावित स्थान पर आइस पैक लगाएं
- ठंडे पानी से स्नान करें
- शौच के बाद अच्छी तरह से साफ करें
- फाइबर युक्त आहार लें जैसे लौकी और खीरा
- केले और अन्य फलों का सेवन करें
- शौचालय में ज्यादा समय बिताने से बचें
- पौष्टिक और हल्का भोजन करें
मल में खून आने के घरेलू उपाय
हल्दी और दूध से इलाज
सामग्री: एक गिलास दूध और एक चम्मच हल्दी पाउडर
विधि: दूध में हल्दी मिलाकर उबालें। इस मिश्रण को रात में सोने से पहले पिएं।
किशमिश और दूध से इलाज
सामग्री: 10 ग्राम किशमिश और एक गिलास दूध
विधि: किशमिश को रात भर भिगोकर, दूध में डालकर उबालें और सेवन करें।
मुलेठी, गुड़ और पानी से इलाज
सामग्री: मुलेठी पाउडर, गुड़, और एक गिलास पानी
विधि: इन सामग्रियों को मिलाकर काढ़ा बनाएं और रात में सेवन करें।
सौंफ और पानी से इलाज
सामग्री: सौंफ पाउडर और गुनगुना पानी
विधि: सौंफ पाउडर को गुनगुने पानी में मिलाकर रात को पिएं।
धनिया बीज और छाछ से इलाज
सामग्री: धनिया के बीज और छाछ
विधि: धनिया बीज को भिगोकर पेस्ट बनाएं और छाछ में मिलाकर पिएं।
शहद और करी पत्ता से इलाज
सामग्री: करी पत्ते का पेस्ट और शहद
विधि: शहद में करी पत्ते का पेस्ट मिलाकर दिन में दो बार सेवन करें।
केला और दही से इलाज
सामग्री: केला और दही
विधि: केले को मैश करके दही में मिलाकर सेवन करें।