
यीस्ट इन्फेक्शन: कारण, सुझाव और घरेलू उपचार
यीस्ट इन्फेक्शन, जिसे थ्रश भी कहा जाता है, तब होता है जब शरीर में यीस्ट की मात्रा बढ़ जाती है। यह मुख्य रूप से अंडरआर्म्स, पैर की उंगलियों के बीच और जननांग क्षेत्र को प्रभावित करता है। यह संक्रमण पुरुषों और महिलाओं दोनों को हो सकता है, लेकिन महिलाओं में यह अधिक सामान्य है। सामान्य लक्षणों में खुजली, जलन, और पेशाब करते समय असुविधा शामिल है। संक्रमित क्षेत्र को उठाने या खरोंचने से संक्रमण बढ़ सकता है।
यीस्ट इन्फेक्शन क्या है?
यीस्ट इन्फेक्शन एक प्रकार का फंगल इन्फेक्शन है, जो कैंडिडा एल्बीकैंस यीस्ट की अतिवृद्धि के कारण होता है। यह संक्रमण आमतौर पर शरीर के नम हिस्सों जैसे जननांग क्षेत्र, अंडरआर्म्स आदि में होता है। उचित घरेलू उपायों से यीस्ट इन्फेक्शन को ठीक किया जा सकता है, और अनचाहे संक्रमण से त्वचा संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
यीस्ट इन्फेक्शन के लक्षण
- जलन
- खुजली
- सेक्स के दौरान असुविधा
- पेशाब करते समय जलन
- संक्रमित त्वचा पर लालिमा
यीस्ट इन्फेक्शन के कारण
- गर्भावस्था
- मासिक धर्म
- मधुमेह
- गर्भनिरोधक गोलियाँ
- कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली
- अस्वच्छता
- हार्मोनल असंतुलन
- संक्रमित व्यक्ति के साथ सेक्स
यीस्ट इन्फेक्शन की जटिलताएँ
- त्वचा संक्रमण
- अत्यधिक खुजली
- मुँह के छाले
- थकान
- चिढ़
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएँ
यीस्ट इन्फेक्शन के घरेलू उपचार
क्या करें:
- संक्रमित जगह पर नारियल तेल या दालचीनी का तेल दिन में दो बार लगाएँ।
- संक्रमित क्षेत्र को खरोंचने से बचें।
- प्रोबायोटिक्स जैसे दही का सेवन करें।
- पौष्टिक भोजन खाएँ और नियमित रूप से ग्रीन टी पीएँ।
- सुगंधित उत्पादों जैसे साबुन और शैंपू से बचें।
- स्वच्छता बनाए रखें, साफ कपड़े पहनें और नियमित रूप से स्नान करें।
- तंग कपड़े पहनने से बचें।
घरेलू नुस्खे
- एलोवेरा:
- सामग्री: एलोवेरा की पत्तियाँ
- निर्देश: एलोवेरा की पत्तियों से जेल निकालकर संक्रमित जगह पर लगाएँ और 20-30 मिनट के लिए छोड़ें, फिर धो लें। इस उपाय को नियमित रूप से अपनाएँ।
- दही और कपास की कलियाँ:
- सामग्री: दही, कपास की कलियाँ
- निर्देश: कपास की कलियों को दही में भिगोकर संक्रमित जगह पर 20-30 मिनट के लिए लगाएँ, फिर धो लें। दिन में दो बार इस उपाय को अपनाएँ।
- लहसुन:
- सामग्री: लहसुन की कलियाँ
- निर्देश: लहसुन को पीसकर पेस्ट बनाकर संक्रमित त्वचा पर 20-30 मिनट तक लगाएँ, फिर धो लें। दिन में दो बार करें।
- दालचीनी और दही:
- सामग्री: दालचीनी पाउडर, दही
- निर्देश: दही में दालचीनी पाउडर मिलाकर पेस्ट बनाएँ और संक्रमित जगह पर 30 मिनट के लिए लगाएँ, फिर धो लें। दिन में दो बार उपयोग करें।
- एप्पल साइडर विनेगर और पानी:
- सामग्री: एप्पल साइडर विनेगर, पानी
- निर्देश: पानी में एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर रुई से संक्रमित जगह पर लगाएँ। यह घरेलू उपाय यीस्ट इन्फेक्शन के लिए प्रभावी है।
- एलोवेरा और फलों का जूस:
- सामग्री: एलोवेरा, फलों का जूस
- निर्देश: एलोवेरा का जेल फलों के जूस के साथ मिलाकर पिएँ। इसे दिन में एक बार नियमित रूप से पिएँ।
- ग्रीन टी:
- सामग्री: ग्रीन टी बैग्स
- निर्देश: ग्रीन टी बैग्स को गर्म पानी में डुबोएँ और संक्रमित जगह पर कुछ मिनट के लिए लगाएँ। दिन में एक बार उपयोग करें।
- अजवाइन, कपास की कलियाँ और पानी:
- सामग्री: अजवाइन, पानी
- निर्देश: अजवाइन को पानी में उबालें और ठंडा होने पर संक्रमित जगह पर लगाएँ। 20 मिनट के लिए रखें, फिर धो लें। दिन में दो बार करें।