
हाई कोलेस्ट्रॉल एक गंभीर समस्या है, जो कई खतरनाक बीमारियों का कारण बन सकता है। कई लोग इसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं, जिसकी वजह से उन्हें गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है। हाई कोलेस्ट्रॉल के बारे में जागरूक होना बहुत ज़रूरी है। दुनिया भर में हर साल लाखों लोग हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से अपनी जान गंवा देते हैं। भारत में भी हर साल इसके लाखों मामले सामने आते हैं। खासकर 20 से 35 साल की उम्र के लोगों में इसकी समस्या बढ़ रही है, जो चिंताजनक है।
हाई कोलेस्ट्रॉल क्या है?
हाई कोलेस्ट्रॉल एक फैट जैसा पदार्थ है, जो रक्त धमनियों में जमा होकर उनका मार्ग अवरुद्ध कर देता है। इसकी वजह से रक्त प्रवाह रुकने लगता है और यह हार्ट अटैक या स्ट्रोक जैसी खतरनाक बीमारियों का कारण बनता है। हमारे शरीर में 30% कोलेस्ट्रॉल भोजन से आता है और बाकी हमारा लीवर बनाता है। कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए ज़रूरी है क्योंकि यह विटामिन, हार्मोन और कोशिकाओं को बनाता है, लेकिन जब यह ज्यादा हो जाता है, तो कई गंभीर समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
कोलेस्ट्रॉल के प्रकार
कोलेस्ट्रॉल मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:
- HDL (उच्च घनत्व लिपोप्रोटीन): इसे अच्छा कोलेस्ट्रॉल माना जाता है, जो फालतू कोलेस्ट्रॉल को लीवर तक ले जाता है और शरीर से बाहर निकाल देता है।
- LDL (निम्न घनत्व लिपोप्रोटीन): इसे बुरा कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है, जो धमनियों में जमा होकर रक्त प्रवाह को धीमा कर देता है और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का कारण बनता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कुछ मुख्य कारण हैं:
- किडनी की बीमारी
- डायबिटीज
- एड्स या एचआईवी
- थाइरॉइड
- धूम्रपान
- शराब का सेवन
- मोटापा
- शारीरिक निष्क्रियता
- अधिक तले-भुने भोजन का सेवन
- पारिवारिक इतिहास
हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण
हाई कोलेस्ट्रॉल से ग्रस्त व्यक्ति निम्न समस्याओं का सामना कर सकता है:
- हार्ट अटैक
- हार्ट ब्लॉकेज
- स्ट्रोक
- सीने में दर्द
- किडनी की समस्या
हाई कोलेस्ट्रॉल में क्या करें?
- धूम्रपान और शराब छोड़ें
- वजन नियंत्रित रखें
- रोज़ योग और व्यायाम करें
- तले-भुने और वसायुक्त भोजन से बचें
- फल और सब्जियों का सेवन बढ़ाएं
- चिंता को नियंत्रित करें
कोलेस्ट्रॉल में क्या न खाएं?
- मांस, मछली और अंडा का सेवन न करें
- हरी सब्जी, अखरोट और बादाम का सेवन करें
हाई कोलेस्ट्रॉल कम करने के घरेलू उपाय
- धनिया का पानी:
- 500 मिली पानी में 2 चम्मच धनिया डालकर उबालें। इसे छानकर दिन में 3 बार पिएं।
- तरबूज के बीज:
- सूखे तरबूज के बीजों को भूनकर पीस लें। एक चम्मच पाउडर पानी में मिलाकर रोज़ पिएं।
- तुलसी और नीम:
- तुलसी और नीम के पत्तों का रस निकालकर पानी में मिलाएं और दिन में एक बार पिएं।
- लहसुन और अदरक का मिश्रण:
- अदरक और लहसुन को कूटकर धनिया के पत्तों के साथ उबालें। इसका सेवन करें।
- प्याज और शहद:
- एक चम्मच प्याज का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर दिन में 3 बार पिएं।
- तुलसी-अदरक की चाय:
- तुलसी और अदरक की चाय का सेवन करें।
- लहसुन का सेवन:
- रोजाना खाली पेट लहसुन की 2 कलियाँ चबाएं।