
गले में खराश एक बहुत ही आम समस्या है जो लगभग हर किसी को कभी न कभी होती है। गले में खराश अक्सर सर्दी, खांसी या वायरल इंफेक्शन की वजह से होती है। इस समस्या के कारण गले में दर्द, निगलने में परेशानी और हल्की सूजन हो सकती है। कुछ सामान्य कारणों में टॉन्सिलाइटिस, एसिड रिफ्लक्स (जीईआरडी), वायरल फ्लू और बैक्टीरियल इंफेक्शन शामिल हैं। गले में खराश बच्चों में अधिक होती है, लेकिन यह वयस्कों को भी प्रभावित करती है। गले में खराश का इलाज आसान घरेलू उपायों से किया जा सकता है।
गले में खराश के लक्षण:
- गले में खुजली और हल्का दर्द
- आवाज में बदलाव या आवाज बैठना
- निगलने में कठिनाई
- गले में हल्की सूजन
- बोलते समय दर्द
- लाल टॉन्सिल
- गले में चुभन
गले में खराश के कारण:
- सर्दी, फ्लू, और वायरल संक्रमण
- बैक्टीरियल इंफेक्शन
- एलर्जी
- शुष्क वातावरण
- गर्दन की चोट
- धूम्रपान और रासायनिक संपर्क
- एसिड रिफ्लक्स (जीईआरडी)
- गले में ट्यूमर
- टॉन्सिलाइटिस
गले में खराश का घरेलू उपचार:
तुलसी और हल्दी का पानी:
सामग्री: तुलसी के पत्ते, साबुत हल्दी
- तुलसी के कुछ पत्ते और हल्दी का एक टुकड़ा लें और इन्हें एक गिलास पानी में मिलाएं।
- इस मिश्रण को 5-10 मिनट तक उबालें और फिर इसे गिलास में डालें।
निर्देश: इस गरम पानी से हर दो घंटे में 5 मिनट तक गरारे करें। तुलसी गले को साफ करती है और कफ को दूर करती है।
गिलोय का काढ़ा:
सामग्री: गिलोय
- गिलोय के कुछ डंठल लें और उन्हें एक गिलास पानी में डाल दें।
- पानी को उबालें जब तक कि वह आधा न हो जाए, फिर इसे छान लें।
निर्देश: सुबह इस गरम मिश्रण को पिएं। गिलोय गले की सूजन और खराश को कम करता है।
पुदीना, अदरक और लेमनग्रास का काढ़ा:
सामग्री: पुदीने के पत्ते, अदरक, लेमनग्रास
- पुदीने के पत्ते, अदरक और लेमनग्रास लें और इन्हें दो गिलास पानी में उबालें जब तक कि पानी आधा न हो जाए।
- इसे छानकर गिलास में डालें।
निर्देश: खांसी और गले में दर्द होने पर इस काढ़े का सेवन करें। अदरक गले की सूजन और दर्द को कम करता है।
लहसुन और शहद:
सामग्री: लहसुन, शहद
- लहसुन की कुछ कलियों का पेस्ट बनाएं।
- एक चम्मच शहद के साथ इसे मिलाएं।
निर्देश: दिन में दो बार इस मिश्रण का सेवन करें। यह गले की सूजन और खराश को कम करता है।
हल्दी वाला दूध:
सामग्री: हल्दी, दूध
- एक गिलास गरम दूध में 1/4 छोटी चम्मच हल्दी मिलाएं।
निर्देश: रात को सोने से पहले इस दूध को पिएं। यह गले को शांत करता है और कफ को साफ करता है।
फिटकरी का पानी:
सामग्री: फिटकरी
- फिटकरी का एक टुकड़ा लें और इसे एक गिलास पानी में मिलाएं।
- इस पानी को 5-10 मिनट तक उबालें।
निर्देश: दिन में दो बार इस पानी से गरारे करें। फिटकरी गले की खराश को ठीक करने में मदद करती है।
धनिया, अदरक और शहद का काढ़ा:
सामग्री: साबुत धनिया, अदरक, शहद
- साबुत धनिया और अदरक को क्रश करें और पानी में डालकर 5-6 मिनट तक उबालें।
- इसे छानकर गिलास में डालें और शहद मिलाएं।
निर्देश: दिन में दो बार इस काढ़े का सेवन करें। यह गले की खराश को ठीक करता है।
हल्दी और अजवायन का पानी:
सामग्री: हल्दी पाउडर, अजवायन पाउडर
- हल्दी और अजवायन पाउडर को गुनगुने पानी में मिलाएं।
निर्देश: दिन में दो बार इस मिश्रण का सेवन करें। यह पेय शरीर के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। अगर गले की खराश का कारण एसिड रिफ्लक्स या जीईआरडी है तो यह घरेलू उपाय फायदेमंद हो सकता है।